एक अनुभवी दादी, जो अपने पति द्वारा उपेक्षित है, एक छोटे आदमी में सांत्वना चाहती है । वह उसे बहकाती है, जिससे उसके सौतेले पोते के साथ एक भावुक मुठभेड़ होती है, जिससे उसकी गहरी इच्छाएं पूरी होती हैं ।