एक मोहक एमआईएलए ने अपने माली को अपने रसीले खिलने के लिए लुभाया, जिससे वह अपने स्वयं के पके हुए प्रसन्नता की खोज कर सके । जैसे ही वह चिढ़कर खुद को फैलाती है, वह उत्सुकता से लिप्त हो जाता है, उसके मीठे अमृत के हर स्वाद का स्वाद चखता है ।