देर रात की एक भाप से भरी मुठभेड़ में, मैं अपने कॉलेज के रूममेट को आत्म-आनंद में लिप्त होने पर ठोकर खाई । मैं उसके साथ जुड़ने का विरोध नहीं कर सका, जिससे निषिद्ध जुनून की एक तीव्र रात हो गई ।