एक दिल टूटने वाला युवक अपनी सौतेली माँ की बाहों में सांत्वना पाता है, जिससे एक भावुक मुठभेड़ होती है । वह कुशलता से उसे सुख देती है, एक जंगली, वर्जित रोम में लिप्त होकर, उसे पूरी तरह से संतुष्ट कर देती है ।